कर्नाटक के दौरे पर गए भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत पर स्याही फेंकने का मामला सामने आया है। टिकैत पर बंगलुरू में एक सभा के दौरान कुछ लोगों ने स्याही फेंक दी और उनके खिलाफ गो बैक के नारे लगाए जाने लगे। स्याही ही नहीं फेंकी गई, सभा स्थल पर मौजूद किसानों ने कुर्सियां उठाकर एक-दूसरे पर हमला कर दिया। इस घटना पर राकेश टिकैत ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि इसके लिए कर्नाटक सरकार और स्थानीय पुलिस जिम्मेदार है। यह एक सुनियोजित साजिश है। सरकार किसानों की आवाज दबाने का प्रयास किया जा रहा है।
इस हादसे पर किसान नेताओं ने कहा है कि टिकैत पर स्याही फेंकने और मारपीट करने वाले लोग अराकत तत्व हैं, यह किसानों को बदनाम कर रहे हैं। कृषि कानूनों के खिलाफ राकेश टिकैत और दूसरे किसान नेताओं ने बेंगलुरु में रैली की। किसान नेता राकेश टिकैत ने किसानों से दिल्ली के तर्ज पर बेंगलुरु को घेरने का आह्वान किया। टिकैत ने कहा कि कृषि कानूनों को वापस नहीं लिया जाता है और एमएसपी पर कानून नहीं बनता है तो हमको आंदोलन का एक नया प्लेटफॉर्म बेंगलुरु में बनाना होगा।