वाराणसी : वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के सहयोग से राज स्कूल ऑफ मैनेजमेंट साइंसेज (आरएसएमटी) एंड राज पॉलिटेक्निक ने राष्ट्रीय बौद्धिक संपदा जागरूकता कार्यक्रम के तहत बौद्धिक संपदा अधिकार पर एक कार्यशाला का आयोजन किया। इस संबंध में आजादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत भारत सरकार के वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के मिशन को सफल बनाने के लिए उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्द्धन विभाग से पेटेंट और डिजाइन की परीक्षक शैली चौधरी हमारे साथ थीं। एन.आई.पी.ए.एम. के इस कार्यक्रम का उद्देश्य 10 लाख छात्रों को बौद्धिक संपदा अधिकारों के बारे में जागरूक करना है। इस कार्यक्रम की शुरुआत राज की दीप प्रज्वलन की परम्परा और राज स्कूल के निदेशक डॉ राहुल सिंह के शब्दों से हुई, जिसमें शैली चौधरी, राज पालीटेक्निक के प्रधानाचार्य अभिषेक निगम व मैनेजमेंट विभाग की हेड प्रियंवदा सिंह शामिल रहे।
यह कार्यक्रम हाइब्रिड क्लासरूम के ज़रिए ऑनलाइन व ऑफलाइन, दोनों ही माध्यम से छात्रों तक पहुँचाया गया, जिसमें यह प्रयास रहा कि इस जागरूकता कार्यक्रम को ज़्यादातर छात्रों तक पहुँचाया जा सके। इस कार्यक्रम में छात्रों तक पहुँचाया गया कि आत्म निर्भरता के क्षेत्र में किस प्रकार अपने किए हुए किसी भी प्रकार के आविष्कार को IPR के माध्यम से सुरक्षित किया जा सकता है। राज स्कूल ऑफ मैनेजमेंट साइंसेज और राज पॉलिटेक्निक के असिस्टेंट प्रोफ़ेसर प्रियंवदा सिंह,आलोक सिंह, शनि कुमार जैसवाल, साक्षी त्रिपाठी, आस्था त्रिपाठी, डॉ रेशमी दास, वैशाली सिंह व आदित्या सिंह ने इस कार्यक्रम को अपने योगदान से सफल बनाया। जिसका संचालन आस्था त्रिपाठी ने किया। कार्यक्रम के अंत में राज पालीटेक्निक के प्रधानाचार्य अभिषेक निगम ने धन्यवाद देते हुए कार्यक्रम को उसका अंतिम रूप दिया।