सायकिल शारीरिक फिटनेस और पर्यावरण के लिए सहायक : प्रवीण श्रीवास्तव

विश्व सायकिल दिवस महाबोधि के छात्रों ने निकाली साइकिल रैली

वाराणसी : साइकिल चलाने से शारीरिक फिटनेस आती है दूसरी सबसे बड़ी बात है कि आज जो विश्व पर्यावरण की समस्या से जूझ रहा है, उस समस्या को बहुत हद तक कम करने में साइकिल का महत्वपूर्ण योगदान है और तीसरी बात यह कही जा सकती है कि साइकिल चलाने में कोई आर्थिक खर्च भी नहीं आता है ।इस प्रकार विश्व साइकिल दिवस के अवसर पर हम यह संकल्प लें और लोगों को जागरूक करें कि अपने शारीरिक फिटनेस को बढ़ाने के लिए, पर्यावरण के प्रदूषण को कम करने के लिए तथा यातायात में आर्थिक खर्च को कम करने के लिए हम साइकिल जरूर चलाएं। उक्त बातें महाबोधि इण्टर कॉलेज,सारनाथ के प्रधानाचार्य प्रवीण कुमार श्रीवास्तव ने शुक्रवार को विश्व साइकिल दिवस पर छात्रों को संबोधित करते हुए कहा।

इसी क्रम में विद्यालय के अंग्रेजी के प्रवक्ता श्री सुखसागर चतुर्वेदी ने साइकिलिंग की शुरुआत पर प्रकाश डालते हुए यह बताया कि सर्वप्रथम संयुक्त राष्ट्र संघ की साधारण सभा में यह प्रस्ताव रखा गया और 3 जून 1918 को विश्व साइकिल दिवस घोषित किया गया। इसके महत्व पर प्रकाश डालते हुए आपने बताया कि यह हमारे शरीर को फिट रखता है, मष्तिष्क की कार्य क्षमता को बढ़ाता है, मधुमेह को कम करता है और पर्यावरण को प्रदूषित होने से बचाता है। इस क्रम में विद्यालय के छात्रों ने प्रधानाचार्य के नेतृत्व में साइकिलिंग कर लोगों को यह संदेश दिया कि साइकिल चलाएं और स्वस्थ रहें। रैली विद्यालय के मुख्य द्वार से सुहेलदेव चौराहा, चौखंडी स्तूप, राष्ट्रीय संग्रहालय सारनाथ होते हुए विद्यालय पर आकर समाप्त हुई।