संजय सक्सेना, लखनऊ
जुम्मे की नमाज को लेकर वाराणसी की ज्ञानवापी मस्जिद में नमाजियों के जमावड़े की चर्चा तो हर तरफ हो रही है,लेकिन इससे इत्तर एक हकीकत यह भी है कि आज जुमेे की नमाज को लेकर प्रदेश की करीब-करीब सभी मस्जिदों में कुछ ज्यादा ही गहमागहमी देखी गई।सभी छोटी-बड़ी मस्जिदों में और जुम्मे के मुकाबले काफी नमाजी जुटे थे। इसके अलावा ईदगाह में भी नमाजियों की अच्छी खासी आमद देखने को मिली। इसकी बड़ी वजह कुछ धार्मिक स्थलों को लेकर हिन्दुुओं और मुसलमानों(दोनोें पक्ष) के बीच का विवाद बताया जा रहा है। बात चाहें वाराणसी की ज्ञानवापी मस्जिद की हो या फिर मथुरा की शाही मस्जिद अथवा आगरा का ताजमहल इस समय सभी दोनों पक्षों के विवाद के कारण सुर्खियां बटोर रहे हैं। ज्ञानवापी मस्जिद और मथुरा की शाही मस्जिद का मामला कोर्ट में चल रहा है।वहीं ताजमहल को लेकर जिन हिन्दू पक्षकारों ने दरवाजा खटखटाया था,उन्हें अदालत ने नसीहत देकर बैरंग लौटा दिया था।
हाल यह है कि दोनों ही पक्षों के अपने-अपने दावे हैं। दोनों ही पक्षों के नेता और धर्माचार्य अदालत से इत्तर अपने पक्ष में फैसला सुना रहे हैं। इस वजह से समाज का एक बड़ा तबका भ्रमित भी नजर आ रहा है। सोशल मीडिया पर भी तू-तू मैं-मैं जारी है। इसी तनाव का असर यह रहा लखनऊ की ईदगाह, टीले वाली मस्जिद सहित सभी कई मस्जिदों में नमाजियों की अच्छी खासी भीड़ देखी गई। उधर,योगी सरकार को भी इस बात का अहसास था कि जुम्मे की नमाज के बाद कुछ अराजक तत्व प्रदेश का माहौल खराब करने की साजिश रच सकते हैं,इस लिए पूरे प्रदेश की मशीनरी को अलर्ट कर दिया गया था। खासकर पश्चिमी यूपी में कुछ ज्यादा ही सतर्कता बरती जा रही थी। ज्ञानवापी मामले को लेकर आज मेरठ सहित पूरा पश्चिमी उत्तर प्रदेश जुमे की नमाज के दौरान संगीन प्रहरे में रहा, संवेदनशील धार्मिक स्थलों के आसपास पुलिस अलर्ट मोड पर रही। गाजियाबाद, मेरठ, बुलंदशहर, हापुड, मली,मुजफ्फरनगर और सहारनपुर के संवदेनशील इलाकों में अतिरिक्त फोर्स तैनात किया गई। मेरठ पर शासन और पुलिस अधिकारियों की विशेष नजर रही। मेरठ के संवदेनशील इलाकों में खास ध्यान रखने के लिए कहा गया था। पूरे जिले को जोन-सेक्टर और सब सेक्टर व्यवस्था लागू करने के निर्देश दिए गए थे। इसी के साथ जोनल और सेक्टर टीम को तैनाती की जगहों की जानकारी रात दे दी गई थी।
ज्ञानवापी मस्जिद प्रकरण को लेकर बयानबाजी होने से अलीगढ़ में भी विशेष सतर्कता बरती गई। सर्वे के बाद आज शुक्रवार को पहला जुमा पड़ा था। इसको लेकर शहर में कानून एवं शांति व्यवस्था कायम रखने के लिए प्रशासनिक अफसर लगातार चैकन्ने रहे। अलीगढ़ शहर को 15 सेक्टरों में बांटकर मजिस्ट्रेट की तैनाती की गई है। खुफिया तंत्र को भी सक्रिय कर दिया गया है। एक दिन पूर्व बृहस्पतिवार को एसपी सिटी कुलदीप सिंह गुनावत, सिटी मजिस्ट्रेट प्रदीप वर्मा, सीओ प्रथम अशोक कुमार सिंह ने कोतवाली नगर में शांति एवं कानून व्यवस्था के लिए संभ्रांत नागरिकों व धर्मगुरुओं के साथ बैठक की। शांति समिति की बैठक में उन्होंने कहा कि अफवाहों को फैलने से रोकने के लिए सभी जागरूक रहें। माहौल खराब करने वाले ऐसे लोगों के बारे में पुलिस व प्रशासनिक अफसरों को सूचना उपलब्ध कराएं।