भोपाल। मध्य प्रदेश के गुना जिले में शिकारियों द्वारा तीन पुलिस कर्मियों की हत्या किए जाने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के तेवर तल्ख बने हुए हैं। एक तरफ जहां प्रशासनिक तौर पर बड़े बदलाव किए गए हैं तो वहीं साफ तौर पर अफसरों को निर्देश दिए हैं कि अपराधियों को पूरी तरह नेस्तनाबूत किया जाए। मुाख्यमंत्री चौहान ने रविवार की सुबह अपने निवास से जिलों के प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए चर्चा की। उन्होंने कहा सरकार की प्राथमिकता कानून व्यवस्था और जनकल्याण है।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि अपराधियों को नेस्तनाबूद किया जाए। कोई भी माफिया पनपना नहीं चाहिए। प्रदेश में हजारों एकड़ भूमि माफियों से मुक्त करवाई गई है। इस भूमि के उपयोग की योजना को अंतिम रूप दिया जा रहा है।
मुख्यमंत्री चौहान ने निर्देश दिए कि शिकार करने और अवैध शराब का कारोबार करने वालों को क्रश किया जाए।
उन्होंने कहा कि रविवार सुबह बुलाई गई इस बैठक को एक नए उजाले के रूप में अंगीकार कर अधिकारी सार्थक भूमिका का निर्वाह करें। योग, ध्यान और शारीरिक व्यायाम, सुबह की सैर के साथ स्वस्थ रहते हुए आमजन के हित में सक्रिय रूप से सभी कार्य करें।
अधिकारियों से मुख्यमंत्री ने कहा कि मेरा मुख्यमंत्री होना और आपका पद पर होना तभी सार्थक है जब हम जनसेवा पर पूरा ध्यान दें।
गुना की घटना का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि गुना की घटना से मैं बहुत बेचैन हूं। मेरा संकल्प है किसी भी अपराधी को नहीं छोड़ा जाएगा। गुना के प्रकरण में अपराधियों के विरुद्ध ऐसी सख्त कार्रवाई होगी जो इतिहास में दर्ज होगी। शिकार करने वालों और अन्य अपराधों को अंजाम देने वालों के विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई हो। इसके लिए पुलिस महानिदेशक से लेकर थाना स्तर तक निर्देश दिए गये हैं।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि महिलाओं के प्रति अपराधों पर भी नजर रखें। प्रत्येक जिले में नियमित रूप से कार्य विश्लेषण किया जाए।
अपराध नियंत्रण की शीघ्र ही पुन: समीक्षा की जाएगी। पुलिस महानिदेशक सुधीर कुमार सक्सेना भी इस अवसर पर उपस्थित थे।